गुरुवार, 29 अक्टूबर 2020

करवा चौथ पर भूलकर भी ना करें ये काम


चार नवंबर को करवा चौथ का दिन सुहागिनों के लिए बेहद खास है।  इस दिन स्त्रियां अपने पति की लंबी आयु और सुखी जीवन के लिए व्रत रखती हैं।  इस साल करवा चौथ व्रत 4 नवंबर (बुधवार) को करवाचौथ के दिन निर्जला व्रत रखा जाएगा। इस दिन चंद्रोदय के बाद अपने पति के हाथ से जल ग्रहण करने के बाद ही महिलाऐं अपना व्रत खोलती हैं। करवा चौथ के व्रत-पूजन में कुछ नियमों का पालन करना बेहद जरूरी माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन सुहागिन महिलाओं को कुछ चीज़ें भूलकर भी नहीं करनी चाहिए। आइए जानते हैं करवा चौथ के दिन किन गलतियों को करने से बचना चाहिए -   


धार्मिक मान्यताओं के अनुसार करवा चौथ के दिन सुई-धागे का इस्तेमाल वर्जित है।  कई महिलाएं इस दिन खुद को व्यस्त रखने के लिए सिलाई-कढ़ाई का काम करने लगती हैं, लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए।  करवा चौथ के दिन सिलाई-कढ़ाई और बुनाई करना प्रतिबंधित माना गया है।  


वैसे तो कभी भी सुहाग की चीज़ें जैसे चूड़ियाँ, बिंदी और सिंदूर आदि कूड़े में नहीं फेंकनी चाहिए। लेकिन ख़ास तौर पर करवा चौथ के दिन इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए।  अगर पूजा के लिए तैयार होते समय चूड़ियां टूट जाए तो उन्हें भूलकर भी कचड़े में ना डालें।  चूड़ियाँ या सुहाग की चीज़ों को बहते जल में प्रवाहित कर दें और अपने सुहाग की कामना करें।  


करवा चौथ के दिन भूलकर भी सफेद या काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए। किसी पूजा-पाठ या शुभ अवसर पर काले या सफ़ेद रंग के कपड़े पहनना सही नहीं माना जाता है।  इस दिन लाल रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है क्योंकि लाल रंग सुहाग का प्रतीक है।  


करवा चौथ पर सफेद कपड़े पहनने के साथ-साथ सफ़ेद चीज़ें जैसे दूध, दही या चावल आदि का दान नहीं करना भी चाहिए।  सफेद रंग का संबंध चंद्रमा से बताया जाता है इसलिए इस दिन सफेद रंग की चीज़ें दान करने से बचना चाहिए।  


करवा चौथ के दिन कैंची का इस्तेमाल करना भी अशुभ माना जाता है। करवा चौथ के दिन कैंची के इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।  इस दिन कैंची को कहीं छिपा कर रख दें ताकि आपकी नज़र भी कैंची पर ना पड़े।


करवा चौथ पर अपने मन और विचारों में पवित्रता लाएं। इस दिन खुद को मानसिक रूप से शांत और पवित्र रखें और सकारात्मक सोचें। घृणा, ईर्ष्या या अन्य नकारात्मक विचारों को अपने मन में ना आने दें।  इस दिन किसी के लिए बुरा ना सोचें न ही किसी की बुराई करें।


धार्मिक मान्यताओं के अनुसार करवा चौथ पर सात्विक भोजन खाना चाहिए।  इस दिन भूलकर भी माँस, शराब आदि चीज़ों का सेवन ना रहें।  इस दिन सरगी में और व्रत खोलने के बाद शुद्ध-शाकाहारी भोजन ही खाना चाहिए।


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