सोमवार, 5 अक्टूबर 2020

काजी रशीद मसूद का निधन, गंगोह में किया गया सुपुर्दे खाक

सहारनपुर। पूर्व केंद्रीय मंत्री रशीद मसूद का देहांत हो गया। पिछले माह कोरोना से संक्रमित होने के बाद वे दिल्ली अपोलो अस्पताल में भर्ती रहे थे। हालांकि रशीद मसूद ठीक होने के बाद घर पर ही आ गए थे।पारिवारिक सूत्रों के अनुसार  पूर्व केंद्रीय मंत्री को आज शाम 5 बजे गंगोह में सुपुर्दे खाक किया गया । कई दशकों तक वेस्ट यूपी से लेकर देश की सियायत में आगे रहे काजी रशीद मसूद बड़े राजनयिक थे। उनका जाना पश्चमी उत्तर प्रदेश की सियासत के लिए एक बड़ी क्षति है।


27 अगस्त को कोरोना संक्रमित मिलने पर उन्हें दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था, वहां से तीन दिन पहले ही सहारनपुर में अपने घर लौटे थे। इसके बाद फिर से तबीयत खराब होने पर उन्हें रुड़की के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर सोमवार सुबह उनका निधन हो गया। 


रशीद मसूद ने सियासत में अपना सिक्का लंबे समय तक जमाए रखा। वर्ष 1974 में नकुड़ विधानसभा क्षेत्र से पहला चुनाव लड़े और हार गए। वर्ष 1977 में जनता पार्टी से लोकसभा का चुनाव सहारनपुर सीट से जीते। वर्ष 1980 में लोकदल से सहारनपुर सीट से लोकसभा चुनाव जीते। वर्ष 1984 में लोकसभा का चुनाव भारतीय किसान कामगार पार्टी से चुनाव लड़े और हारे। वर्ष 1986 में राज्यसभा सदस्य लोकदल से बने। वर्ष 1989 में जनता दल से लोकसभा का चुनाव जीते और केंद्र सरकार में स्वास्थ्य राज्यमंत्री रहे। वर्ष 1991 में लोकसभा का फिर जनता दल से चुनाव जीते। वर्ष 1996 में लोकसभा का चुनाव सपा से लड़े और भाजपा के नकली सिंह से हारे। वर्ष 1997 में लोकसभा का चुनाव सपा से हारे। वर्ष 1999 में लोकसभा का चुनाव राष्ट्रीय लोकदल से लड़े और हारे। वर्ष 2004 में लोकसभा का चुनाव सपा से लड़े और जीते। वर्ष 2009 में लोकसभा का चुनाव सपा से लड़े और हारे। वर्ष 2010 में कांग्रेस ने राज्यसभा में भेजा और साल भर में ही एपीडा का चेयरमैन बना दिया।



कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

बीए की छात्रा से ट्यूबवेल पर गैंगरेप

मुजफ्फरनगर। तमंचे की नोक पर बीए की छात्रा से गैंगरेप के मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई है।  बुढ़ाना कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में कॉफी पिलाने ...