मुजफ्फरनगर। जाट लैंड में लोकसभा चुनाव में खस्ताहाल हो चुके रालोद ने हाथरस कांड और लाठीचार्ज के बहाने से तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं की भीड़ जुटाकर अपना चुनावी अभियान शुरू कर दिया। रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने एक तरह से चुनावी बिगुल फूंकते हुए युवाओं से रालोद में लौटने का आह्वान कर साथ में झुके समाजवादी पार्टी तथा अन्य दलों के नेताओं को चौंका दिया। प्रदेश सरकार पर बर्बरता का आरोप लगाते हुए उन्होंने संघर्ष जारी रखने का ऐलान किया और 12 अक्टूबर को लोगों से मथुरा पहुंचने का आह्वान किया।
जयंत चौधरी पर हाथरस में हुए लाठीचार्ज के बहाने आज हुई महापंचायत ने जमकर राजनीतिक प्रहार किए गए। निशाना प्रदेश की योगी सरकार रही। तमाम गैर भाजपा दलों के नेताओं ने इस महापंचायत में योगी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह सरकार बर्बरता दमन के सहारे पर चल रही है। जयंत चौधरी ने तो कहा कि लाठी चार्ज करके सरकार किसानों की राजनीति खत्म करना चाहती है। उन्होंने कहा कि वे किसानों के हितों की रक्षा के लिए तमाम लाठियां खाने के लिए तैयार हैं। तमाम अन्य दलों के नेताओं की मौजूदगी में उन्होंने युवाओं से वापस लौटने का आह्वान किया। जयंत चौधरी ने कहा कि केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार किसान को बर्बाद करने के लिए तमाम कानून लागू कर रही हैं रालोद इसे सफल नहीं होने देगा। अपने ऊपर हुए लाठीचार्ज को उन्होंने किसान पर लाठीचार्ज बताते हुए कहा कि सरकार दमन के रास्ते पर चलकर किसानों की आवाज को कुचलने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर में हमेशा उनका साथ दिया है और आज भी उन्हें लगता है कि मुजफ्फरनगर उनके घर जैसा है। रालोद को के आह्वान पर योगी सरकार को घेरने के लिए जुटे कांग्रेसी, समाजवादी पार्टी तथा इनेलो नेताओं के अलावा तमाम जाट खाप पंचायतों के चौधरी भी पंचायत में मौजूद थे, लेकिन मंच पर सियासी कब्जा नजर आया। कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा व समाजवादी पार्टी के धर्मेंद्र यादव तथा अन्य नेताओं ने हाथरस कांड और किसानों की समस्याओं को लेकर भाजपा सरकार पर तीखे प्रहार किए। एक तरह से लगा किया मजमा राजनीतिक रूप से आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर शुरुआत है। भाजपा सरकार के विरोध में एक मंच पर आए यह नेता चुनावी माहौल में एकजुट रहेंगे या नहीं यह तो अभी नहीं कहा जा सकता लेकिन इतना जरूर है कि भाजपा सरकार के खिलाफ यह एकजुटता सरकार पर भारी पड़ने वाली है। इनेलो हरियाणा के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि मुजफ्फरनगर की धरती चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि रहा है। यहां पर उन्होंने राजनीतिक तौर पर लोगों के बीच जाकर एकजुट किया और उनको ताकत दी।
सपा सांसद धर्मेंद्र यादव, कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा, इमरान मसूद व पंकज मलिक ने भी प्रदेश और केंद्र सरकार को किसान विरोधी बताया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें