मुजफ्फरनगर । नवरात्रि में अष्टमी के भ्रम को लेकर ज्योतिषियों का कहना है कि 24 अक्टूबर को सुबह 6.57 बजे से अष्टमी तिथि का आगमन हो रहा है।
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, अष्टमी और नवमी एक ही दिन होने के बावजूद भी देवी मां की आराधना के लिए भक्तों को पूरे नौ दिन मिलेंगे। इस साल अष्टमी तिथि का प्रारंभ 23 अक्टूबर (शुक्रवार) को सुबह 06 बजकर 57 मिनट से हो रहा है, जो कि अगले दिन 24 अक्टूबर (शनिवार) को सुबह 06 बजकर 58 मिनट तक रहेगी। इसके बाद नवमी आ जाएगी। ज्योतिर्विद पंडित अतुलेश मिश्र के अनुसार, जो लोग पहला और आखिरी नवरात्रि व्रत रखते हैं, उन्हें अष्टमी व्रत 24 अक्टूबर को रखना चाहिए। ज्योतिषाचार्य के अनुसार ऎसे लोगों को 24 अक्टूबर को अष्टमी व्रत रखना उत्तम है। इस दिन महागौरी की पूजा का विधान है। रविवार को विजयादशमी है।
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