मुजफ्फरनगर । कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का सलाहकार बनने के बाद पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक पहली बार मंगलवार को बुढ़ाना मोड़ के मैदान में अपनी ताकत दिखाएंगे। क ई बड़े कांग्रेस नेता भी इसमें शामिल होंगे।
सूत्रों के अनुसार हजारों लोगों के बुढ़ाना मोड़ के मैदान में पहुंचने की संभावना। कोरोना काल में मानकों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन भी तैयारियों में जुटा। कोरोना पेंडेमिक काल के चलते, मानको का पालन ना करने पर मुकदमा दर्ज हो सकता है। राहुल-प्रियंका के प्रयास के बाद कॉन्ग्रेस 2022 चुनाव में भाजपा के सामने मुख्य प्रतिद्वंद्वी के रूप में दिखने की तैयारी में है।
राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय महासचिव जयंत चौधरी पर हमले से भी पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि राजनीति के अंदर मतभेद का पूर्ण स्थान है परंतु मनभेद का स्थान नहीं है। उन्होंने कहा कि राजनेताओं को अगर निशाने पर लेकर उन पर जानलेवा हमला किया जाने लगेगा तो यह भविष्य की राजनीति के लिए बहुत बड़ा खतरा है। उन्होंने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि बेरोजगारों को रोजगार, कानून व्यवस्था सुचारू रूप से चलाने और भ्रष्टाचार को रोकने पर ही योगी सरकार को ध्यान देना चाहिये। विपक्षी दलों के नेताओं पर झूठे मुकदमे या लाठियां चलाने से योगी सरकार अपनी नाकामियों को छिपा नहीं सकती।
हरेंद्र मलिक ने कहा कि कृषि कानून से देश का किसान स्वयं को छला महसूस कर रहा है और पूरे देश में इस कानून के विरुद्ध आंदोलन हो रहा है। इन सब बिंदु पर कल की सभा में चर्चा होगी। कुल मिलाकर कल हरेन्द्र मलिक एक बार फिर अपनी ताकत का प्रदर्शन करने को तैयार हैं।
जमीनी लड़ाई लड़ने के लिए पहचान रखने वाले हरेंद्र मलिक पूर्व में कई बड़े आंदोलन के सूत्रधार रह चुके हैं। इस बार उनके पुत्र कांग्रेस के पूर्व विधायक पंकज मलिक की ताकत भी है।
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