मुजफ्फरनगर। वैदिक संस्कार चेतना केंद्र पर आर्य समाज के व्योवृद्ध पुरोहित लक्ष्मी चंद आर्य को सम्मानित किया गया। आचार्य गुरुदत्त आर्य ने कहा कि जिले के गांव-गांव में यज्ञ, योग, शाकाहार, बह्मचर्य, चरित्र और देशभक्ति की संस्कृति से युवाओं को जोड़ा जाए।
संतोष विहार में आर्य समाज के बुजुर्ग पुरोहित शाहपुर क्षेत्र के गांव गोयला निवासी 88 वर्षीय लक्ष्मी चंद आर्य की अमूल्य सेवाओं के लिए उन्हें सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि महर्षि दयानंद और आर्य समाज की प्रेरणा से जीवनभर ब्रह्मचर्य का पालन कर ग्रामीण क्षेत्र में वैदिक संस्कृति का प्रचार-प्रसार किया। स्वाध्याय की प्रवृति से जीवन अच्छाई के मार्ग पर चलता है। परिवारों में धार्मिक ग्रन्थ, सत्यार्थ प्रकाश, शुद्ध साहित्य पढ़िये।
आचार्य गुरुदत्त आर्य ने कहा कि महापुरुषों, शहीदों और देशभक्तों के त्याग, बलिदान से राष्ट्र बचा है। युवा वेदों की संस्कृति को अपनाएं, तभी चरित्रवान बनेंगे। वेद प्रचारक आर.पी.शर्मा ने कहा कि शांति और सुख के लिये जीवन को यज्ञमय बनाये। गजेंद्र सिंह राणा ने भजन सुनाया। मंगत सिंह आर्य, राजेंद्र प्रसाद, अर्थव, लक्ष्यदेव आदि मौजूद रहे।
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