बागपत। पुलिस ने मुन्ना बजरंगी के हत्यारोपी और पश्चिम उप्र के कुख्यात सुनील राठी की संपति आज कुर्क कर ली । 6 थानों का फोर्स और पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी इस मौके मौके पर मौजूद रहे।
शासन के आदेश पर आज पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की। बड़ौत के टिकरी कस्बे में सुनील राठी का किलेनुमा आलीशान मकान है। टिकरी कस्बे में भारी संख्या में छह थानों की फोर्स सहित प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और संपति कुर्क करने की कार्रवाई शुरू की। माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी हत्याकांड मामले का सुनील राठी मुख्य आरोपी है। इस दौरान गांव में भारी पुलिस बल तैनात रहा। सुनील राठी के मकान के चारों तरफ और कस्बे में चारों ओर पुलिस ही पुलिस दिखाई दे रही थी।
वर्तमान समय में सुनील राठी की मां एवं पूर्व चेयरपर्सन राजबाला चौधरी भी रंगदारी के मामले में रुड़की जेल में बंद है। टीकरी कस्बा निवासी सुनील राठी के पिता एवं टीकरी के चेयरमैन नरेश राठी सहित तीन लोगों की 12 दिसंबर 1999 को चुनाव की रंजिश में हत्या कर दी गई थी। इस मामले में दिल्ली पुलिस के बर्खास्त सिपाही रणवीर राठी का नाम सामने आया था। रणवीर राठी वही शख्स था, जिसने फूलन देवी के हत्यारोपी शेर सिंह राणा को तिहाड़ जेल से फरार कराया था।
बागपत जेल में माफिया डॉन बजरंगी की हत्या से एक बार फिर सुर्खियों में आया। वर्ष 2000 में पुलिस के हत्थे चढ़े सुनील राठी के कब्जे से तब हेंड ग्रेनेड (बम) बरामद हुआ था। ऐसे में राठी के तेवरों का अंदाजा साफ साफ लगाया जा सकता है। दो वर्ष पूर्व कनखल थाने की छत पर तब एक हेड ग्रेनेड मिला था। संभवत: वह वहीं था जो राठी से बरामद हुआ था। तब कनखल पुलिस ने बम निरोधक दस्ते ने उस बम को निष्क्रिय किया था।कुख्यात सुनील राठी के नाम का इस्तेमाल एटीएम की तर्ज पर होता रहा। राठी के नाम से हरिद्वार में कारोबारियों, प्रॉपर्टी डीलरों से उगाही का कारोबार बदस्तूर जारी है तो विवादित भूमि के पचड़े भी राठी के नाम पर ही एकदम सुलझते रहे। हरिद्वार में राठी की जमीन बेहद ही मजबूत मानी जाती है। हरिद्वार में राठी के नाम का खूब इस्तेमाल होता रहा है और शहर के कई कारोबारियों, प्रॉपर्टी डीलरों से भारी भरकम रंगदारी वसूल की जाती रही है। राठी के गैंग की कमर तोड़ने और उसके वजूद को कम करने के लिए ही उस पर यह बड़ी कार्रवाई की गई है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें