लखनऊ । आर्थिक माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई के बीच बसपा के पूर्व एमएलसी मो. इकबाल की दो हजार करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त हो सकती हैं।
खनन के अवैध कारोबार में इकबाल के विरुद्ध प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जांच कर रहा है। इसमें जल्द ही उनकी कई संपत्तियां जब्त कर सकता है। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
सूत्रों के अनुसार ईडी को इकबाल की दो हजार करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियों का पता चला है। अवैध खनन के आरोपों से घिरे रहे इकबाल की सहारनपुर जिले में यूनिवर्सिटी भी है, जो लगभग 700 एकड़ में फैली है। इसी तरह इकबाल के होटल भी हैं। इसके अलावा कई स्थानों पर नामी-बेनामी संपत्तियों का भी पता चला है।
सपा सरकार में इकबाल की गिनती बेहद प्रभावशाली लोगों में होती थी। वह तत्कालीन खनन मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा के भी बेहद करीब थे। बसपा शासनकाल में हुए बहुचर्चित एनआरएचएम और खनन घोटाले के अलावा चीनी मिलों की बिक्री में हुए घोटाले में भी इकबाल का नाम आया था। माना जाता है कि इकबाल ने अपनी काली कमाई विश्वविद्यालय के निर्माण और होटल के कारोबार में लगाई। सीबीआई के बाद उन पर ईडी ने भी शिकंजा कसा। गहन जांच में आय से अधिक संपत्ति का मामला पाए जाने के बाद अब संपत्तियों को अटैच करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
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