सहारनपुर। नगर निगम के प्रवर्तन दल ने सोमवार को शहर के विभिन्न क्षेत्रों में अनेक प्रतिष्ठानों पर छापे मारकर भारी मात्रा में प्रतिबंधित पालीथिन जब्त की और 19 हजार रुपए जुर्माना वसूला। नगर निगम के प्रवर्तन दल ने कर्नल बी एस नेगी के नेतृत्व में सोमवार को पालीथिन के खिलाफ अभियान चलाते हुए अनेक दुकानों पर छापेमारी की। कोतवाली नगर पुलिस को साथ लेकर प्रवर्तन दल ने पुल जोगियान अंसारी रोड पर कालू राम मार्किट में कार्रवाई करते हुए काफ़ी मात्रा में पॉलीथिन जब्त किया और 15000 रूपये का जुर्माना वसूला। प्रवर्तन दल ने चेतावनी दी कि यदि भविष्य में प्रतिबंधित पालीथिन बेचते पाये ग्रे तो मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। नाजिरपुरा बेहट रोड पर भी एक व्यक्ति को मोटरसाइकिल पर प्रीतिबंधित पॉलिथीन ले जाते हुए दबोचा गया। उससे भी भारी मात्रा में पालीथिन जब्त कर 4000रूपये जुर्माना वसूला गया। कार्रवाई के दौरान कर्नल बी एस नेगी के अतिरिक्त सेनेटरी इंस्पेक्टर, आशीष, चंद्रपाल, थाना सिटी कोतवाली के एसएचओ राकेश कुमार सिंह, एसआई चंद्र शेखर , एरिया सुपरवाइजर संजय सैनी,प्रवर्तन दल के अर्जुन, प्रदीप कुमार, हेमराज, जयपाल, शिव कुमार, कांस्टेबल फुरकान, संदीप,विष्णु प्रसाद,आदि साथ रहे। -------------------------
सहारनपुर। मेयर और नगरायुक्त ने किया रेलवे अधिकारियों के साथ विचार विमर्श -सौ फुटा रोड पर नाला निर्माण का मामला सहारनपुर। नगर निगम ने सोमवार को सौ फुटा रोड पर नाला निर्माण को लेकर रेलवे के अधिकारियों के साथ विचार विमर्श किया। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि रेलवे अपनी भूमि का चिन्हांकन करने के बाद अपनी भूमि के संरक्षण के लिए दीवार बनायेगा। शहर के आईटीसी रोड से मनाली तक रेलवे अपने सौ फुटा रोड पर पिछले काफी दिनों से चिन्हांकन का कार्य कर रहा है। उधर नगर निगम द्वारा सौ फुटा क्षेत्र की कालोनियों की जल निकासी के लिए नाला निर्माण कार्य कराया जा रहा है। रेलवे के भूमि चिन्हांकन में नाला निर्माण अवरोध न बने तथा इस कारण नाला निर्माण कार्य भी रोकना ना पड़े, इसी के समाधान के लिए आज क्षेत्र का नक्शा लेकर मेयर संजीव वालिया और नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने रेलवे अधिकारियों के साथ स्थिति का अध्ययन किया। संपत्ति अधिकारी विनय शर्मा और नायब तहसीलदार जनेश्वर प्रसाद सहित अनेक राजस्व अधिकारी मौजूद रहे। मेयर वालिया ने कहा कि नगर निगम जन समस्या के समाधान के लिए यह नाला निर्माण करा रहा है, यदि इसमें अवरोध आया तो लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। काफी विचार-विमर्श के बाद अन्तत: तय किया गया कि निगम के राजस्व अधिकारी खसरा नंबर आदि के साथ मौके पर यह देख लें कि कहां तक रेलवे की जमीन है और कहां नाला निर्माण किया जा सकता है। उसके बाद ही आगे निर्णय लिया जायेगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें