नई दिल्ली। सावधान फेसबुक के हनी ट्रैप में मिल सकता है धोखा।
दिल्ली-एनसीआर में हनी ट्रैप के जरिये फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर अमीरों लोगों को फंसाने वाले गिरोह का खुलासा हुआ है। इस गिरोह की महिला सदस्य अपने शिकार को फ्लैट में बुलाती थीं और फिर गिरोह के अन्य सदस्य नकली पुलिसकर्मी बनकर अपने शिकार की आपत्तिजनक फोटो खींचकर उनसे उगाही करते थे। इस मामले में शुक्रवार को पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि पांच सदस्यों की तलाश जारी है।
एसपी सिटी अभिषेक वर्मा ने बताया कि इस गिरोह ने 19 सितंबर को दिल्ली गेट निवासी मिर्जा शहजाद अली को अपना शिकार बनाया था। पीड़ित ने 24 सितंबर को अपनी रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद से पुलिस इस गिरोह को पकड़ने के लिए सक्रिय हो गई थी।
शुक्रवार को मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने राजनगर एक्सटेंशन में ओम धर्मकांटे के पास से मुख्य आरोपी लोनी निवासी जावेद और उसकी साथी मधुमिता को गिरफ्तार कर लिया। इनसे पूछताछ में पता चला है कि इस गिरोह में सात सदस्य हैं। इस गिरोह का मास्टरमाइंड देवराज पांडा है। यह एम्स के ओटी में टेक्निशियर का काम भी देखता है। उन्होंने बताया कि जावेद गैंग का मुख्य सदस्य है।
जावेद के कहने पर मधुमिता, पूजा और स्मृति अमीर लोगों को फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती थीं। फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने के बाद ये अपने शिकार का मोबाइल नंबर लेकर उससे फोन पर बात कर उसे अपने झांसे में लेती थीं और फिर उसे राजनगर के फ्लैट में बुलाती थीं। शिकार के फ्लैट में आने के बाद जब वह आपत्तिजनक स्थिति में होता था तो पूजा अपने साथियों को बुला लेती थी। जावेद सब-इंस्पेक्टर की वर्दी पहनकर मधुमिता व अन्य सदस्यों के साथ कमरे में दाखिल होता था और अपने शिकार की फोटो खींचकर उसे झूठे मुकदमें में फंसाने की धमकी देकर ब्लैकमेल करते थे। शिकायत के बाद पुलिस ने जावेद और मधुमिता को गिरफ्तार किया है।
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