लखनऊ । कोरोना काल में आर्थिक तंगी से बिलबिला रहे लोगों को उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) बढे बिजली बिल का झटका देने की तैयारी कर रहा है। कार्पोरेशन ने प्रस्तावित नए स्लैब पर बिजली की नई दरों का प्रस्ताव नियामक आयोग में दाखिल कर दिया है। इसमें मिडिल क्लास सबसे ज्यादा पिसने वाली है। छोटे और बड़े उपभोक्ताओं को राहत दी गई है।
किसानों और उद्योगों को बिजली की दर यथावत रखी गई हैं । नए स्लैब और दर से घरेलू शहरी और ग्रामीण के वे उपभोक्ता जो 101 से 150 यूनिट तक खर्च करते हैं, प्रभावित होंगे। नियामक आयोग ने पावर कॉरपोरेशन की प्रस्तावित दर को तीन दिन के अंदर समाचार पत्रों में प्रकाशित कराने का आदेश बिजली कंपनियों को दिया है। 15 दिन में इस दर पर उपभोक्ताओं की आपत्तियां ली जाएंगी। बिजली दर पर आयोग में सुनवाई अब 24 तथा 28 सितंबर को होगी।
यूनिटवर्तमान दर (घरेलू, शहरी)
यूनिट प्रस्तावित दर0-150 5.50 रुपये प्रति यूनिट-100 5.50 रुपये प्रति यूनिट151-300 6.00 रुपये प्रति यूनिट151-300 5.80 रुपये प्रति यूनिट301-500 6.50 रुपये प्रति यूनिट300 से ऊपर 6.65 रुपये प्रति यूनिट 500 यूनिट से ऊपर 7.00 रुपये प्रति यूनिट
घरेलू शहरी उपभोक्ताओं के इस चार्ट से स्पष्ट है कि 100 यूनिट तक खर्च करने वाले उपभोक्ताओं पर कोई भार नहीं पड़ेगा। वहीं जो उपभोक्ता150 यूनिट तक खर्च करते हैं उन पर प्रति यूनिट 30 पैसे का बोझ बढ़ेगा। उपभोक्ताओं के इस वर्ग की संख्या अधिक है। वहीं 151 से 300 यूनिट तक खर्च करने वाले उपभोक्ताओं को 20 पैसे प्रति यूनिटन का लाभ हो रहा है। 301 से 500 यूनिट तक खर्च करने वाले उपभोक्ताओं पर भी प्रति यूनिट 15 पैसे का अतिरिक्त भार पड़ेगा। वहीं 500 यूनिट से अधिक खर्च करने वाले उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट 35 पैसे का लाभ हो रहा है।
यूनिट वर्तमान दर (घरेलू, ग्रामीण)यूनिट प्रस्तावित दर। 0-100 3.35 रुपये प्रति यूनिट0-100 3.35 रुपये प्रति यूनिट101-150 3.85 रुपये प्रति यूनिट101-300 4.40 रुपये प्रति यूनिट151-300 5.00 रुपये प्रति यूनिट 300 से ऊपर5.60 रुपये प्रति यूनिट 300 के ऊपर 6.00 रुपये प्रति यूनिट
घरेलू ग्रामीण उपभोक्ताओं के इस चार्ट में भी 100 यूनिट से कम खर्च करने वाले गरीब उपभोक्ताओं पर कोई बोझ नहीं डाला गया है। वहीं 101 से 150 यूनिट तक खर्च करने वाले उपभोक्ताओं के बड़े वर्ग पर सीधे प्रति यूनिट 55 पैसे का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। हालांकि 151 से 300 यूनिट तक खर्च करने वाले उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट 60 पैसे की रियायत मिलेगी। 300 यूनिट से अधिक खपाने वाले उपभोक्ताओं को भी 40 पैसे प्रति यूनिट का फायदा होगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें