मुजफ्फरनगर । केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ संजीव बालियान के प्रयास सफल हुए तो रैपिड ट्रेन मुजफ्फरनगर तक दौड़ेगी। रैपिड ट्रेन के विस्तार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंजूरी दे दी है। इसके लिए उन्होंने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजने के आदेश अधिकारियों को दिए हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। सरायकाले खां से मोदीपुरम तक बनाए जाने वाले रैपिड रेल के 82 किमी कॉरिडोर का काम दो चरणों में किया जा रहा है। पहले चरण में साहिबाबाद से दुहाई तक 16 किमी और दुहाई से शताब्दी नगर तक लगभग 34 किमी में रैपिड रेल के पिलर निर्माण का कार्य चल रहा है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्र को यह प्रस्ताव भेजने की तैयारी शुरू कर दी है। अभी यह योजना दिल्ली और मेरठ के बीच चल रही है। इस परियोजना में लागत की 15 प्रतिशत धनराशि प्रदेश सरकार को और शेष 85 प्रतिशत धनराशि केंद्र सरकार को वहन करनी है। केन्द्रीय पशुपालन एवं मत्स्य राज्य मंत्री और मुजफ्फरनगर के सांसद डॉ. संजीव बालियान ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर इस योजना को मुजफ्फरनगर जिले तक लाने की मांग की थी। वे इस मामले को 2018 में लोकसभा में भी उठा चुके हैं। इस समय एनसीआर में रैपिड रेल के तीन प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल प्रोजेक्ट मात्र 82 किमी का है। दिल्ली-अलवर का प्रोजेक्ट 180 किमी और दिल्ली-पानीपत (अब करनाल) 111 किमी का है। ऐसी स्थिति में दिल्ली-मेरठ प्रोजेक्ट को मुजफ्फरनगर तक बढ़ाया जा सकता है। केन्द्रीय मंत्री डॉक्टर संजीव बालियान के प्रस्ताव के अनुसार मुजफ्फरनगर तक रैपिड रेल का विस्तार हुआ तो दिल्ली-मेरठ के बीच की जो दूरी 82 किमी है, वह 40 किमी और बढ़ जाएगी। कुल 122 किमी हो जाएगी। वैसे भी मेरठ में इसे मोदीपुरम डिपो तक लाया गया है। दिल्ली-मेरठ-मुजफ्फरनगर रैपिड रेल प्रोजेक्ट से दिल्ली से मुजफ्फरनगर के बीच ट्रैफिक का काफी लोड घट जाएगा। यात्री अधिकतम डेढ़ घंटे में दिल्ली से मुजफ्फरनगर आ जा सकेंगे।
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