बागपत l भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष संजय खोखर की हत्या में नामजद मयंक डांगर और अंकुश को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के अनुसार साल 2018 में हुए झगड़े की रंजिश में ही इस वारदात को अंजाम दिया गया। बताया गया कि संजय खोखर ने अपने बेटे अक्षय को मुकदमे में क्लीन चिट दिला दी थी।
थाना क्षेत्र के तिलवाड़ा मार्ग की चकरोड पर मॉर्निंग वॉक कर रहे भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष संजय खोखर की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। सनसनीखेज वारदात से लखनऊ तक हड़कंप मच गया था। इसके बाद डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने छपरौली इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया। संजय खोखर के बेटे ने चार नामजद समेत पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। जांच के लिए पांच टीमें गठित की गई हैं।
छपरौली के पट्टी धंधान निवासी भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष संजय खोखर (52 वर्ष) ककौर कलां के जूनियर हाईस्कूल में अंग्रेजी के शिक्षक थे। मंगलवार सुबह छह बजे वह अपने बेटे अक्षय खोखर के साथ तिलवाड़ा मार्ग पर मॉर्निंग वॉक पर निकले थे। मुर्गी फार्म के पास चकरोड पर अक्षय अपने पिता से आगे निकल गया। तभी ईख के खेत में छिपे बैठे हमलावर निकले और संजय खोखर की पीठ पर गोली मारी। वह गिर पड़े तो हमलावरों ने कनपटी से सटाकर दूसरी गोली मारी। मौके पर ही संजय खोखर की मौत हो गई। फायरिंग होते ही अक्षय किसी तरह जान बचाकर कस्बे की ओर दौड़ पड़ा।
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