प्रयागराज । उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक स्कूलों के छात्र-छात्राओं का अब हर दो सप्ताह में यूनिट टेस्ट होगा। शासन के निर्देश पर बेसिक शिक्षा अधिकारी की ओर से शैक्षणिक कार्यों के लिए समय अवधि और कार्य निर्धारण के संबंध में सभी खंड शिक्षाधिकारियों को भेजे आदेश के अनुसार प्रत्येक पखवाड़े में होने वाले इंटरनल टेस्ट के आधार पर उपचारात्मक शिक्षण किया जाएगा।
प्रत्येक दिन कक्षावार एवं विषयवार प्रोजेक्ट/गृह कार्य बच्चों को अवश्य दिए जाएं एवं अगले दिन उसका आकलन भी किया जाए। छात्र-छात्रा द्वारा अपेक्षित लर्निंग आउटकम प्राप्त किए जाने की तिथि को ही शिक्षक द्वारा प्रेरणा तालिका में प्रविष्टि अंकित की जाएगी। इसका हर महीने प्रधानाध्यापक एवं एकेडमिक रिसोर्स पर्सन निरीक्षण करेंगे।
आमतौर पर मिड-डे-मील के बाद बच्चों की उपस्थिति कम हो जाती है, इसलिए इस पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है। शिक्षक किसी भी गैर शैक्षणिक कार्य, रैली, फेरी, बैंक आदि के कार्य को विद्यालय समय में नहीं करेंगे। विद्यालय मरम्मत, रंगाई पुताई का कार्य या तो अवकाश में कराया जाएगा अथवा विद्यालय समय के बाद। अभिलेख रजिस्टरों/पंजिकाओं की संख्या 40 से कम करके 14 कर दी जाएंगी। किसी शिक्षक का निलंबन होने की दशा में अनुशासनिक कार्रवाई प्रत्येक दशा में एक माह के अंदर पूरी की जाएगी की स्थिति में खंड शिक्षाधिकारी उत्तरदायी होंगे।
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