रुड़की। दवा फैक्टरी में साढ़े चार लाख की नकदी और डेढ़ करोड़ की नकली दवाएं बरामद की हैं। पुलिस ने मालिक समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस और ड्रग विभाग की टीम ने मौके से इसके अलावा दवा बनाने वाली मशीन, पैकिंग मशीन और नामी कंपनियों के रैपर भी बरामद किए हैं। फैक्टरी को सील कर आरोपियों को जेल भेज दिया।
एसपी देहात एसके सिंह ने सिविल लाइंस कोतवाली में रविवार को प्रेसवार्ता कर नकली दवा फैक्टरी का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि माधोपुर में वीआर फार्मा के नाम से एक दवा फैक्टरी में देश की नामी कंपनियों के नाम से नकली दवाएं बनाई जा रही हैं। शनिवार रात पुलिस ने ड्रग विभाग की टीम को साथ लेकर फैक्टरी में छापा मारा। इस दौरान करीब डेढ़ करोड़ की कीमत की 200 पेटी नकली दवाएं, साढ़े चार लाख की नगदी, दवा बनाने वाली और पैकिंग मशीन, नामी कंपनियों के रैपर व बॉक्स बरामद हुए।
इस दौरान फैक्टरी में प्रवीण त्यागी और कपिल त्यागी निवासी ग्राम इकड़ी, थाना सरधना जिला मेरठ मौजूद थे। फैक्टरी का मालिक प्रवीण त्यागी लाइसेंस मांगने पर नहीं दिखा पाया। प्रवीण त्यागी आर्य विहार कॉलोनी और कपिल भगवानपुर में रहता है। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर फैक्टरी को सील कर दिया।
मौके पर जिफी 200 एमजी नाम की दवाई व एंटीबायोटिक, वायरल बुखार, घाव सुखाने, जुखाम, ब्लड़ प्रेशर, किडनी इन्फेक्शन की ब्रांडेड कम्पनियों की दवाई बनाई जा रही थी।
ड्रग विभाग की टीम ने मौके से डेढ़ करोड़ रुपये कीमत की अलग-अलग कंपनियों की नकली दवाइयां व 4,68,500 रुपये की नगदी बरामद की। डीआई मानवेद्र सिंह राणा के द्वारा फैक्ट्री संचालक प्रवीण त्यागी पुत्र राजकुमार त्यागी निवासी इकड़ी, सरधना, मेरठ, यूपी व उसके सहयोगी कपिल त्यागी पुत्र ब्रजमोहन निवासी उपरोक्त को दवाई बनाने का लाइसेंस मांगने पर नही दिखा पाये।
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