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मुजफ्फरनगर। शनिवार को भाकियू तोमर के कार्यकर्ताओं ने सैकडों किसानों के साथ पहुंचकर टबिटा फाटक के समीप रेलवे द्वारा की गई अधिग्रहण भूमि पर चल रहे निर्माण कार्य को रुकवाकर मजदूरों को खदेड़ा। साथ ही चेतावनी दी कि अगर उनको आबादी के हिसाब से जमीन का मुआवजा नहीं दिया गया तो 29 जून को आसपास क्षेत्र के हजारों किसान रेलवे लाइन पर खुदखुशी करेगें। कहा कि अगर मुआवजे से पहले किसी प्रशासनिक अधिकारी ने निर्माण कराने का प्रयास भी किया तो किसान उसको भी नहीं छोड़ेंगे। रेलवे लाइन पर टबिटा फाटक के समीप मालगाड़ी की लाइन के अलावा रेलवे स्टेशन बनाए जाने का निर्माण कार्य चल रहा है।
भाकियू तोमर के ब्लाक अध्यक्ष विशाल अहलावत के नेत्तृव मे टबिटा मे भीम के आवास पर किसानों की चल रहे निर्माण कार्य को लेकर बैठक हुई। बैठक में कोई निर्णय न होने पर सैकडों किसान निर्माणधीन स्थल पर पहुंचे। विशाल तोमर ने काम कर रहे मजदूरों को खदेड़ा। उन्होने बताया कि रेलवे ने किसानों की अधिग्रहण की गई जमीन का सही मुआवजा तय नहीं किया है। डीएम ने किसानों को पांच सौ पचास रूपये प्रति मीटर के हिसाब से किसानों को मुआवजा दिए जाने की बात कही है, जबकि जहां पर निर्माण चल रहा है वो आबादी क्षेत्र में आता है। किसानों को आबादी के हिसाब से 22 सौ रूपये के हिसाब से मुआवजा दिया जाए। अधिकतर किसान हाथों में मिटटी का तेल लेकर पहुंचे। किसानों ने कहा कि प्रशासन को आज तो टेलर दिखाने आए है। अगर उन्होने आबादी के हिसाब से किसानों का मुआवजा तय नहीं किया तो 29 जून को आसपास क्षेत्र के हजारों किसान हाथों में मिटटी के तेल से भरी कैन लेकर रेलवे लाइन पर पहुंचेंगे। कहा कि अगर मांग पूरी होने पर प्रशासन के किसी भी अधिकारी ने निर्माण कराने का प्रयास किया तो सबसे पहले उस पर ही तेल छिड़का जायेगा।
किसानों का निर्माणाधीन जगह पर काफी देर तक हंगामा किया। इस दौरान विशाल अहलावत, अमित कुमार, सुशील कुमार, विनोद कुमार आदि मौजूद रहे।
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